गर्म हुई आंटी की चुत – भाग 3

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रैली में मिली वंदना आंटी की चुदाई कि कहानी

मैं- मैम आप किसी से अफेयर क्यों नहीं कर लेतीं

वंदना – नही मैं ऐसा नही कर सकती। चाहे कुछ भी हो मैं अपने हस्बैंड को धोखा नही देना चाहती।

इनसब बातों ने मेरे लंड में और उफान ला दिया था। और मेरा लंड ऊपर नीचे हो रहा था। जिसपर वंदना का बार- बार निगाह जा रहा था। और उसकी बातों और चेहरे की एक्सप्रेशन से साफ झलक रहा था कि अब वो भी गर्म हो चुकी है।

फिर वंदना बोली कि गर्मी यहाँ भी बहुत लग रही है। चलो गाड़ी में चलते हैं AC चला लेंगे और बातें भी होती रहेगी।

फिर हम उठे और जाने लगे। तो मेरे लंड का उभार पैंट के अंदर साफ दिखाई दे रहा था। वंदना ने देखी और मुस्कुरा दी।

दोस्तों कहानी के शुरुआती और पहले भाग में आपने पढ़ा कि रैली में मिली वंदना आंटी और मैं रैली छोड़कर एक पेड़ के नीचे बैठ गए। और ढेर सारी बातें की जो नॉर्मल से शुरू होकर, निजी जीवन के बेडरूम और सेक्स तक पहुँच गया।

और हमदोनों बातों बातों में एक्साइटेड होने लगे। जो मेरा लंड खड़ा हो गया। और वंदना आंटी नोटिस कर ली।

फिर हम दोनों गाड़ी की ओर चल दिए जहां पूरा वीरान और सुनसान था।

तो पढ़िए अब आगे कहानी का अगला हिस्सा।

नए पाठकों के लिए बता दूं। मेरा नाम साहिल वर्मा है और मैं गोरखपुर का रहने वाला हूँ। मैं एक बड़े राजनीतिक पार्टी का सक्रिय कार्यकर्ता हूँ। और ये कहानी मेरी और रैली में मिली खूबसूरत वंदना आंटी की चुदाई की है। जो कि वो भी मेरे ही पार्टी की सक्रिय कार्यकर्ता और बड़े नामी नेता हैं।

उस पेड़ से जहाँ गाड़ी खड़ी थी वह लगभग 500 मीटर दूर था। हम पैदल ही जा रहे थे। और मेरी निगाह बार बार वंदना की चुचियों पर जा रही थी। जो कि ब्लाउज में बिल्कुल कसी हुई थी। और बिल्कुल सख्त दिख रही थी। वंदना की भी निगाहें बार- बार मेरे पैंट के अंदर खड़े लंड पर जा रही थी। वो चोर निगाहों से मेरे उभरे लंड को देख रही थी। लेकिन मुझे वंदना की चुचियों से ज्यादा उनकी गांड देखना ज्यादा अच्छा लग रहा था। इसीलिए मैं बार – बार पीछे हो जा रहा था। तो वंदना बोलती की तुम बार – बार पीछे क्यो हो जा रहे हो साथ मे चलो ना।

अब उसे कैसे बताता की मैं उसकी मटकती बड़ी सी गांड का दीदार कर रहा था।

क्या बताऊँ दोस्तों वो जब चल रही थी तो उसकी गांड की पूरी दरार साफ झलक रही थी। क्योंकि वो साड़ी को इतनी टाइट बांधी थी की उसके दोनों चूतड़ों के उभार के बीच उसकी गांड की दरार साफ दिख रहा था। रैली की वजह से दूर दूर तक कोई नही दिख रहा था। और मेरा हौसला भी अब काफी बढ़ चुका था तो मैं चलतेचलते अपना हाथ वंदना के हाथों में टच कर दे रहा था।

अब वंदना भी काफी एक्साइट हो चुकी थी। फिर हम गाड़ी के पास पहुँच गए। और मैं इस दौरान सारी गाड़ियों का मुआयना करते हुए जा रहा था कि किसी गाड़ी में कोई ड्राइवर तो नही है। लेकिन कोई नही था। ऐसा लग रहा था जैसे वीराने में सैकड़ो गाड़ियां खड़ी है और हमदोनो ही सिर्फ हैं।

फिर हम वंदना के गाड़ी के पास पहुँचे। तो वंदना बोली मैं तो चलकर थक गई। चलो अब गाड़ी में बैठते हैं। फिर वो पीछे का दरवाजा खोल दी और वो अंदर चली गई। लेकिन मैं बोला कि एक मिनट। फिर मैं 6, 7 गाड़ियों के आगे तक जाकर देखा तो कोई नही था। फिर मैं आया और मैं भी  वंदना के बगल में बैठ गया। दोस्तों आपको बता दूँ जैसा कि मैंने बताया था। वंदना की पकड़ हर विधायक मंत्री तक थी इस कारण उसे बहुत कमाई होती थी। और उसने महंगी BMW गाड़ी ले रखी थी। जिसमे हम अभी बैठे हुए थे। वो गाड़ी खुद ड्राइव करके आई थी।

वंदना के बदन से महंगी इम्पोर्टेड परफ्यूम की भीनी – भीनी खुशबू आ रही थी। वो ऐसी खुशबू थी जो उत्तेजित कर रही थी। बहुत सेक्सी सा स्मेल था। फिर हमारे बीच का बातों का सिलसिला शुरू हुआ। और खामोशी को वंदना ने ही तोड़ा।

वंदना- साहिल सच बताओ ना तुम्हारी गर्लफ्रेंड है कि नहीं?

मैं- मैडम मेरी एक गर्लफ्रेंड थी। जो मेरी शादी के बाद ही बनी थी। मेरी बीवी ज्योति मुझे सेक्स करने नही देती है, और जब कभी सेक्स करते भी हैं तो बिल्कुल बेजान सी पड़ी रहती है। ऐसा लगता है जैसे मैं किसी लड़कीं नही बल्कि प्लास्टिक की गुड़िया से सेक्स कर रहा हूँ।

लेकिन पिछले साल गर्मी में ही उसकी शादी हो गई। तबसे और कोई गर्लफ्रेंड नहीं बनी है।

वंदना- तो मतलब तुम एक साल से सेक्स के लिए तड़प रहे हो। और अच्छे से सेक्स नही कर पाए?

इन सब बातों ने मुझे और भी ज्यादा एक्साइटेड कर दिया था। और वंदना के सेक्सी बातों और मुझमें इंटरेस्ट ने मेरा हौसला बढ़ा दिया था। अब मेरा हाथ कभी कभी उसकी जांघो को टच कर दे रही थी। और मेरी कोहनी उसकी ब्लाउज में कसी हुई चुचियों पर जा रहा था। वो भी कुछ नही बोल रही थी तो मेरा हौसला और बढ़ते जा रहा था।

वंदना- तुम्हे कैसा सेक्स पसन्द है मतलब तुम किस टाइप का सेक्स पसन्द करते हो?

मैं – मैडम मुझे वाइल्ड सेक्स पसन्द है। मैं हर अलग – अलग पोजीशन में सेक्स करना पसंद करता हूँ। जो मैं अपनी गर्लफ्रेंड के साथ करता भी था। लेकिन ज्योति के साथ कभी कुछ नही हुआ वो तो बस लेट जाती है और मैं उसके ऊपर आकर कमर हिला के शांत हो जाता हूँ।

मैं तो अक्सर अब मास्टरबेट करके काम चलाता हूँ।

और फिर मैं अपना हाथ वंदना के जांघो पर रख दिया और उसके जांघो को सहलाने और दबाने लगा उसके मुँह से आहहहहहहहहहहहहहहह…….. आहहहहहहहहहहहहहहहहह …… सस्सीईईईईईईईईई ….सस्सीईईईईईईईईई…. आहहहहहहहहहहहहहहह………आहहहहहहहहहहहहहहहहह की आवाजें आई और वो अपनी आँखें बंद करके अपने निचले होठ को दांतों से काटने लगी। और होंठो पर जीभ फिराने लगी।

 ये देखकर मैं और भी ज्यादा एक्साइटेड हो गया। और उसके गले पर किस करने लगा वो तो जैसे पागल सी हो गई। वो बिल्कुल मदहोश हो गई। फिर मैं एक हाथ उसके कंधे पर डाला और दूसरे हाथ से उसकी चुचियों को पकड़ लिया। क्या बताऊँ मेरे दोस्तों उसकी चुचियाँ तो कड़क थी ही। लेकिन बिल्कुल सॉफ्ट भी थी।

फिर मैं कंधे से दूसरे तरफ वाला हाथ से उसकी चूची को दबाने लगा और एक हाथ से उसके जांघो को सहलाते हुए दोनों टांगो के बीच ले गया तो वो अपने पैरों को और चौड़ा कर दी। मेरा हाथ सीधे उसके चुत पर गई। उसकी चुत पर मेरा हाथ का स्पर्श पड़ते ही वो पागल हो गई। और झट से मेरी तरफ मुड़ के मेरे सर को पकड ली और अपना होंठ मेरे होंठ पर रखकर किस करने लगी।

और मैं अब उसके साड़ी को ऊपर करने लगा और फिर मैंने देखा उसकी जांघे बिल्कुल दूध की तरह सफेद थी। उसके पैरों और जांघे बिल्कुल चिकनी थी फिर मैं उसकी पैंटी के ऊपर हाथ रख दिया और उसकी चुत पर हाथ रगड़ने लगा। उसकी चुत पूरी तरह से गीली हो चुकी थी और उसकी पैंटी उसकी चुत के लसलसे पानी से भीग गया था।

इस दौरान हम लगातार एक दूसरे को किस कर रहे थे। कभी मैं उसके मुंह मे अपना जुबान डाल देता तो कभी उसकी जुबान मेरे मुंह मे होती। फिर मैं अपना हाथ उसकी पैंटी में डाल दिया। और वंदना के चुत के दाने क्लाइटोरिस को उँगलियों से मसलने लगा अब वो मुझे किस करना छोड़ के आहहहहहहहहहहहहहहह…….. आहहहहहहहहहहहहहहहहह …… सस्सीईईईईईईईईई ….सस्सीईईईईईईईईई…. आहहहहहहहहहहहहहहह………आहहहहहहहहहहहहहहहहह …………आहहहहहहहहहहहहहहह………आहहहहहहहहहहहहहहहहह ……………..आहहहहहहहहहहहहहहह…….. सस्सीईईईईईईईईई… ओहहहहहहहहहहहहहहहहह….. सस्सीईईईईईईईईई… आहहहहहहहहहहहहहहह करने लगी। तभी मैं 2 उँगली उसकी चुत में डाल दिया। वो तो तड़प गई और अपना कमर उछाल दी। उसकी चुत बहुत गर्म थी। और उसकी चुत से लगातार लसलसा पानी रिसकर मेरी हाथों में लग रहा था।

अब मैं उँगलियों को अंदर बाहर करने लगा। मैं जोर जोर से उँगलियों से उसकी चुत को चोद रहा था। लेकिन उसकी पैंटी टाइट थी इस वजह से मुझे उंगलियां चलाने में दिक्कत हो रहा था। और वो लगातार आहहहहहहहहहहहहहहह…….. आहहहहहहहहहहहहहहहहह …… सस्सीईईईईईईईईई ….सस्सीईईईईईईईईई…. आहहहहहहहहहहहहहहह………आहहहहहहहहहहहहहहहहह …………आहहहहहहहहहहहहहहह………आहहहहहहहहहहहहहहहहह ……………..आहहहहहहहहहहहहहहह…….. सस्सीईईईईईईईईई… ओहहहहहहहहहहहहहहहहह….. सस्सीईईईईईईईईई… आहहहहहहहहहहहहहहह .. सस्सीईईईईईईईईई ….सस्सीईईईईईईईईई…. आहहहहहहहहहहहहहहह………आहहहहहहहहहहहहहहहहह …………आहहहहहहहहहहहहहहह………आहहहहहहहहहहहहहहहहह ……………..आहहहहहहहहहहहहहहह…….. सस्सीईईईईईईईईई… ओहहहहहहहहहहहहहहहहह….. सस्सीईईईईईईईईई… आहहहहहहहहहहहहहहह

किये जा रही थी उसकी साँसे बहुत तेजी से चल रही थी। उसकी चुचियाँ ऊपर नीचे हो रही थी।

उसकी चुत पर अपना मुँह रख दिया।

फिर मैंने उसके पैंटी को नीचे खींचना चाहा लेकिन दबे होने के कारण नही हुआ। तो अपने गांड को ऊपर उठाई तभी मैं पैंटी नीचे सरका दिया। और फिर नीचे झुककर उसके पैरों से निकाल दिया। लाल रंग की उसकी पैंटी बहुत महंगी ब्रांड की थी। उसकी पैंटी पर उसके चुत का लसलसा पानी लगा हुआ था।

तो मैंने उसकी पैंटी को सूंघने लगा। तो वो मेरा हाथ पकड़ी और अपने चुत पर ले जाकर रगड़ने लगी। मैं भी उसके चुत में 3 उँगली डाली और चोदना शुरू कर दिया। वो पागलों की तरह ऊउन्नदहनहनहनहंद aaaaaahhhhhhhh…. …. ooooohhhhhhhh.. उन्हंउन्हंह्नझज्झहठन्हह्नहनः करने लगी। और अपने होंठो को दांतों से चबाने लगी।

फिर वो मेरा सर पकड़ के नीचे करने लगी तो मैं इशारा समझ गया और झट से नीचे बैठ के उसकी चुत पर अपना मुँह रख दिया। और उसकी चुत के दाने क्लाइटोरिस को होंठो से पकड़कर ऊपर की ओर खींचने लगा। वो तो मचल गयी और अपना कमर उछालने लगी और आहहहहहहहहहहहहहहह…….. आहहहहहहहहहहहहहहहहह …… सस्सीईईईईईईईईई ….सस्सीईईईईईईईईई…. आहहहहहहहहहहहहहहह………आहहहहहहहहहहहहहहहहह …………आहहहहहहहहहहहहहहह………आहहहहहहहहहहहहहहहहह ……………..आहहहहहहहहहहहहहहह…….. सस्सीईईईईईईईईई… ओहहहहहहहहहहहहहहहहह….. सस्सीईईईईईईईईई… आहहहहहहहहहहहहहहह .. सस्सीईईईईईईईईई ….सस्सीईईईईईईईईई…. आहहहहहहहहहहहहहहह………आहहहहहहहहहहहहहहहहह …………आहहहहहहहहहहहहहहह………आहहहहहहहहहहहहहहहहह ……………..आहहहहहहहहहहहहहहह…….. सस्सीईईईईईईईईई… ओहहहहहहहहहहहहहहहहह….. सस्सीईईईईईईईईई… आहहहहहहहहहहहहहहह.. ऊउन्नदहनहनहनहंद aaaaaahhhhhhhh…. …. ooooohhhhhhhh.. उन्हंउन्हंह्नझज्झहठन्हह्नहनः… आहहहहहहहहहहहहहहह………आहहहहहहहहहहहहहहहहह ……………..आहहहहहहहहहहहहहहह…….. सस्सीईईईईईईईईई… ओहहहहहहहहहहहहहहहहह….. सस्सीईईईईईईईईई… आहहहहहहहहहहहहहहह.. ऊउन्नदहनहनहनहंद aaaaaahhhhhhhh…. …. ooooohhhhhhhh.. उन्हंउन्हंह्नझज्झहठन्हह्नहनः करने लगी। मैं अब अपने जीभ को कड़क किया और उसकी चुत में डाल दिया और अंदर बाहर करके जीभ से ही चोदने लगा। वओ लगातार आहहहहहहहहहहहहहहह………आहहहहहहहहहहहहहहहहह ……………..आहहहहहहहहहहहहहहह…….. सस्सीईईईईईईईईई… ओहहहहहहहहहहहहहहहहह….. सस्सीईईईईईईईईई… आहहहहहहहहहहहहहहह .. सस्सीईईईईईईईईई ….सस्सीईईईईईईईईई…. आहहहहहहहहहहहहहहह………आहहहहहहहहहहहहहहहहह …………आहहहहहहहहहहहहहहह………आहहहहहहहहहहहहहहहहह ……………..आहहहहहहहहहहहहहहह…….. सस्सीईईईईईईईईई… ओहहहहहहहहहहहहहहहहह….. सस्सीईईईईईईईईई… आहहहहहहहहहहहहहहह.. ऊउन्नदहनहनहनहंद aaaaaahhhhhhhh…. …. ooooohhhhhhhh.. उन्हंउन्हंह्नझज्झहठन्हह्नहनः… किये जा रही थी और मेरा सर पकड़ के अपनी चुत पर दबा रही थी। और अपने कमर को ऊपर उठा उठा के मेरे मुँह पर रगड़ रही थी। और बोल रही थी ohhhhhhhhhhhhh…. Lick it baby aaaaaaaaajhhhhhhhhhhhh….. baby lick it…… i lime this Sahil… i like thisss….. ohhhhhhhhhhhhh… yeahhhhhhhhhhhhhhhhh my boy…. Eat my pussy……. Aaaaaahhhhhhhhhhhhhh. Sahillllllll…… aaaaaaahhhhhhhhhh……. lick my pussy Sahillllll….. hard lickkkkkkkk.  ….. ohhhhhhhhhhhhh…. Lick it baby aaaaaaaaajhhhhhhhhhhhh….. baby lick it…… i lime this Sahil… i like thisss….. ohhhhhhhhhhhhh… yeahhhhhhhhhhhhhhhhh my boy…. Eat my pussy……. Aaaaaahhhhhhhhhhhhhh. Sahillllllll…… aaaaaaahhhhhhhhhh……. lick my pussy Sahillllll….. hard lickkkkkkkk. ……..

करीब 10 मिनट तक मैं चुत चाटता रहा। फिर वो चिल्लाई  i am coming Sahilllllll….aaaaaahhhhhhhhh….. i am coming…..  फिर वो और जोर जोर से कमर हिलाने लगी और उसकी चुत तेज धार किसी झरने की तरह पानी छोड़ने लगा। और मैं सारा पानी पी गया। उसकी चुत की पानी बहुत नमकीन लेकिन स्वादिष्ट थी। फिर वो शांत हो गई लेकिन मैं उसकी चुत को चाट ही रहा था। फिर वो मेरा सर पकड़ी और मुझे ऊपर उठाई और बैठे बैठे ही मुझे अपने बांहों में कस ली और आई लव यू साहिल आई लव यू। यु आर सो नाइस बेबी। बोली।

वंदना ठंढी हो चुकी थी। फिर वो मेरा पैंट का बेल्ट खोलने लगी मैंने भी उसकी ऐसा करने में मदद किया और अपना पैंट घुटनो से नीचे सरका दिया।

अब वो सीट पर बैठेबैठे ही नीचे झुककर मेरा लंड चूसने लगी। करीब 7, 8 मिनट तक वो मेरा लंड चुसी और फिर मेरे लंड ने उसकी मुँह में ही सारा वीर्य निकाल दिया। वो सारा वीर्य निगल गई। और अच्छे से चाटकर मेरे लंड को साफ की। फिर वो ऊपर आई और मुझे किस करने लगी।

करीब5 मिनट हुए होंगे कि हमें कुछ लोगों की आवाजें सुनाई दी। तो मैंने झट से अपना पैंट ऊपर किया और पहनकर बैठ गया।

रैली भी खत्म हो चुकी थी तो वंदना ने बोली कि शाम को मेरे घर आओ। और फिर आगे के गाड़ी के कवर्ड से एक कार्ड निकाल के मुझे दी। और मैं उसकी पैंटी को लिया और गाड़ी से उतर गया। उसने स्माइल दी और एक आँख दबा दी।

बाकी का हिस्सा अगले भाग में पढ़िए। की कैसे मैंने वंदना आंटी के घर जाकर उसकी चुत की चुदाई की।

तो मिलते हैं रैली में गर्म हुई आंटी की चुत के अगले भाग में।

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मेरी अगली कहानी का शीर्षक है “गर्म हुई आंटी की चुत – भाग 2”

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धन्यवाद।

आपसब अपना ख्याल रखिएगा। और अपना प्यार इसी तरह बनाए रखिएगा।

नमस्कार।

The End

 

 

 

 

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