नेताजी ने मेरी चूत मारी

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नेताजी ने टिकट के बदले मेरी चूत मारी

मेरा नाम सपना रानी है मैं पिछले कई सालों से एक बड़ी राष्ट्रीय पार्टी में राजनीति में सक्रिय हूँ। हर बार जब विधानसभा का चुनाव आता है तो मैं टिकट की बस उम्मीद ही करके रह जाती हूँ लेकिन टिकट नहीं मिलता। जबकि बाहर से लोग आकर पैसे से टिकट खरीद लेते हैं। और मैं बस एक कार्यकर्ता की तरह पार्टी का झंडा बैनर लेकर घूमती रह जाती हूँ। मेरे पति भी राजनीति में सक्रिय थे। समाज के लिए मैं कुछ करना चाहती थी लेकिन बिना पावर के कुछ नही कर सकती थी। मैं देखने मे बहुत खूबसूरत हूँ। हर रोज जिम जाती हूँ फिट कर्वी बॉडी है।

तो फिर से UP  में विधानसभा चुनाव नजदीक आ चुके थे। और सारे नेता टिकट पाने के लिए भाग दौड़ में लग गए थे। मैं भी टिकट की चाह में प्रदेश अध्यक्ष के यहाँ पहुँच गयी। मैं प्रदेश अध्यक्ष के पैर छुए।

और नेताजी बोले कहिए सपना जी कैसे आना हुआ। तो मैंने चुनाव लड़ने का मंसा जाहिर की। लेकिन उन्होंने टिकट देने से साफ साफ मना कर दिया. मुझे बहुत बुरा लगा. क्यूंकि मैं इस बार चुनाव लड़ने का सपना देख ली थी। और पूरी तैयारी कर ली थीं

मैं मुँह लटकाकर वापस घर आ गई। मैं बिल्कुल उदास थी। और टूट चुकी थी राजनीति अब सड़ाँध लगने लगी थी रोज निराशा में दिन बीतने लगे।

फिर 2 दिन बाद नेताजी का फोन आया. मुझे तो उम्मीद नही थी. मैंने उनको चरण स्पर्श किया. उन्होंने कुछ देर इधर उधर की बात की फिर अपने मुद्दे पर आ गए।

सपना जी मैं आपको टिकट तो दे दूँगा। पर आपसे एक चीज चाहिए। आप बहुत खूबसूरत हैं अगर आपको मेरे कृपा मतलब टिकट चाहिए तो आपको भी मुझपर कृपा बरसाना होगा।  मैने कहा कि मैं कुछ समझी नहीं। तो वो बोले सपना जी आप बहुत समझदार हैं और जानते हैं मैं क्या कह रहा हूँ। दरअसल मेरा दिल थोड़ा भोला है और प्रसाद का भोग लगाता है तभी कृपा आती है। मैं समझ गयी कि साला बूढ़ा मुझे चोदने की बात कर रहा है। मुझे बहुत गुस्सा आया । फिर वो मेरी चुपी देखकर बोला कि सपना जी कोई जल्दी नहीं है आप आराम से सोच लीजिए लेकिन इतना भी देर मत किजीएग की फिर टिकट की देर हो जाए।

मैं काफी परेशान रहने लगी पुरा दिन इसी बात को सोच के गुजर गया कि शाला बूढ़ा बहुत हरामी है। मैं क्या करूँ। लेकिन अब मैं भी ठान ली की टिकट पाने के लिए कुछ भी करूंगी।

फिर मैं दूसरे दिन नेताजी को कॉल की और बोली कि नेताजी आपकी कृपा चाहिए। बताइए कहाँ आशीर्वाद लेने आऊं। तो वो बोले कि आगरा रोड पर मेरा एक फार्महाउस है। ठीक शाम को 7 बजे पहुँच जाइएगा। फिर फ़ोन काट दिए।

फिर मैं पूरे दिन शाम का इंतजार करने लगी। और आज मैं पूरी तरह तैयार हो के जाना चाहती थी। तो मैंने बाथरूम में जाकर पहले चूत के बाल साफ किए। फिर पार्लर गई और सज स्वर कर आ गई। शाम के 6 बज चुके थे।

मैं अब पूरी तरह तैयार हो चुकी थी और किसी अप्सरा की तरह लग रही थी। मैने अपनी फेवरेट बनारसी साड़ी पहनी थी। और ठीक 7 बजे मैं फार्महाउस पर पहुँच गई।  गॉर्ड ने मेरा परिचय पूछा और अंदर जाने दिया मैं अपनी ही गाड़ी से गई थी। नेताजी मेरा ही इंतजार कर रहे थे। मैं भी किसी रंडी की तरह मुस्कुरा दी। और नेताजी के पैर छूने झुकी। मैं ऐसी ब्लाऊज पहनी थी जो सिर्फ नाम का ही था। वो बस मेरे निप्पल के ढके हुए था। नेताजी की नजर जब उस पर पड़ी तो वो बेशर्म की तरह मेरे सामने ही अपना हाथ से लण्ड को रगड़ने लगे।

फिर वह मुझे आलिशान बेडरूम में ले गए जैसे ही हम अंदर गए मैं नेताजी को कसकर दबोच लिया। और उनके होंठो को चूसने लगी। नेताजी तो इसकी उम्मीद भी नही किए थे। मैंने अपना पल्लू नीचे गिर दिया जिससे मेरी चुचियाँ साफ दिखने लगी। और फिर नेताजी कुछ समझनपते उससे पहले ही मैं अपना ब्लाउज़ खोल दी वो मेरी चुचियों पर टूट पड़े। और मुंह मे लेकर पिने लगे।

मैं भी उनको पूरा सहयोग दे रही थी। वह बूढ़ा आंख बंद करके मेरी चुचियों को पी रहा था। वह मेरी चुचियों को पीने में व्यस्त था। और तभी मैं खुद ही अपना साड़ी उतार दी साथ पेटीकोट भी खोल दिये और जमीन पे चला गया। वह अभी भी चुचियों को आंखे बन्द कर पी रहा था। फिर मैं अपना पैंटी उतार दी। बूढ़ा मेरी चुचियों को पिने में इतना व्यस्त थां की उसे पता ही नही चला कि कब मैं पूरी तरह से नंगी हो गई। जब मैंने देखा कि बूढ़ा मगन है और मेरी नंगी बदन पर ध्यान देने के बजाए चुचियों को पिए जा रहा है तो मैं उसका एक हाथ पकड़ी और अपने चुत पर रख दिया। जब उसको मेरा गीला चुत का एहसास हुआ तब वो उछल पड़ा और मुझे एकटक देखने लगा। वो मुझसे थोड़ा दूर हुआ और मुझे घूरने लगा और अपने होठों पर जीभ फिराने लगा।

मैं भी पूरी रंडी बन चुकी थी मुझे बस टिकट दिखाई दे रहा था। और मैं जितना जल्दी हो सकें कंफर्म करना चाहती थी। फिर क्या था मैंने दोनों पैर फैलाए। और अपनी चुत को दोनों हाथों से पकड़कर फैला दिया। मेरा लाल चुत देखकर नेताजी पागल हो गए। और झट से आकर मेरे चुत में उंगली डाल दिए। और जोर जोर से उंगली से चोदने लगे। मैं नेताजी के सारे कपड़े एक एक कर उतारने लगी। मैं पूरी रंडी बन चुकी थी। और फिर बूढ़े को भी नंगा कर दी। और उसका सूखा लन्ड आपने मुट्ठी में ले ली। बेजान से लण्ड था साले का। मैं तो सोच रही थी कि ये खड़ा भी होता होगा कि नही। बूढ़ा साला मेरी चुत में क्या ये मुरझाया लन्ड डालेगा। फिर मैं बूढ़े को धक्का देकर बेड पर गिर दिया। और उसको पैरों के तरफ बैठा गया और उसकी लन्ड को मुँह में लेकर चूसने लगी। बेजान लण्ड लग रहा था जैसे किसी हिजडें का लण्ड है। करीब एक घंटा तक मैं उसके लण्ड को चाटा चूसा। तब जाकर थोड़ा टाइट हुआ। जब मैंने देखा कि साले ठरकी बूढ़े का लंड इससे ज्यादा खड़ा नहीं होगा तो मैं उठी और दोनो तरफ पैर करके उसका लन्ड अपने चुत में डालने लगी। मेरी कसी हुई चुत में उसका लन्ड घुसने के बजाए मुड़ जा रहा था जैसे कि रबर हो। मुझे अब बहुत गुस्सा भी आ रहा था कि साले का खड़ा होता नहीं है और जवान चुत चाहिए। बड़ी मुश्किल से उसका लण्ड मेरे चुत में घूँसा अब मैं ऊपर नीचे होने लगी और उसके लण्ड पर कूदने लगी। मुझे तो लग ही नही रह था कि मेरी चुत में कुछ घुसा भी है। करीब 5 मिनट ऐसे ही चोदने के बाद बूढ़ा बोला कि मेरा।लण्ड पानी छोड़ने वाला है तुम चुत से निकालो और मेरे लण्ड का पानी पियो। मैं नीचे हो गई और हाथ से उसका मुरझाया लन्ड हिलाने लगी। और मुंह मे ले ली जैसे ही मुँह में ली। उस हरामी बूढ़े का वीर्य बहुत थोड़ा सा बमुश्किल 1, 2 बून्द निकला लेकिन मैं पी गई। और देखते ही देखते बूढ़ा गहरी नींद में सो गया। मैं भी मन मसोस के उसके बगल में लेट गया। और पूरी रात वैसे ही पड़ा रहा मुझे बिल्कुल भी नींद नही आई। सुबह का करीब 6 बजे बूढ़े का नींद खुला तो मुझे बोला सपना जी आप बहुत हॉट हो। आपने मुझे बहुत मजा दिया। चलिए आपकी टिकट कन्फर्म हुई। और फिर बूढ़ा बोला कि आप यही रुकिए मेरे निकलने के कुछ देर बाद आप निकलिएगा तब तक आप ऐसे ही नंगी मेरे आँखों के सामने रहिए। और फिर वो अपना सफेद धोती कुर्ता पहना और चला गया। उसके जाने के बाद मैं भी कपड़े पहनी और वहाँ से निकल गयी। और ऐसे ही

एक हफ्ता बिता। अगले।दिन टिकट का अनाउंस होने वाला था मैं बेचैन थी। कि मुझे सच मे टिकट मिल पाएगा या नही। लेकिन जब टिकट अनाउंस हुआ तो मेरा भी नाम था। मैं चुनाव लड़ी और जीत गई।

और फिर मंत्री बनने के बाद कैसे मैंने उस बूढ़े से अपनी चुदाई का बदला लिया ये जानने के लिए आपको इंतजार करना होगा। और कमेंट करना होगा। आपकी रिकवेस्ट जितना ज्यादा होगा उतना ही चांस बढ़ेगा। की मैं आगे का कहानी लेकर आऊं।

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