फर्स्ट क्लास चुदाई भाग -1

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राजधानी एक्सप्रेस के फर्स्ट एसी में फर्स्ट क्लास चुदाई भाग -1

वह ब्लू रंग के पायजामे में बहुत सुंदर लग रही थी। फिर मैं अपने सीट पर आकर बैठ गया तो वह बोली यहां बैठो तो मैं उठकर उसके बगल में बैठ गया। और उसका हाथ अपने हाथ में ले लिया। फिर हम ऐसे बातें करने लगे। लेकिन मैं भी महसूस किया की मेरी तरह वह भी गर्म हो रही है, तो मैं अपना होठ उसके होंठो पर रख दिया और एक हल्का चुम्बन लिया। और उसकी आंखो में देखा तो एक गजब की चमक दिखाई दिया। फिर मैं दुबारा उसके होंठो पर होठ रख दिया और इस बार हटने के बजाए उसके होंठो को चूसने लगा थोड़ी ही देर में वह भी मेरे होंठो को चूसने लगी। और तब मैं उसके सर को पकड़ा और अच्छे से किस करने लगा। उसके मुंह में अपना जीभ डाल दिया तो वह बहुत सेक्सी अंदाज में मेरे होंठो को चूसने लगी तो मैं अपना एक हाथ उसके बूब्स पर ले गया जिससे वह सिहर गई और शरीर को ऐंठने लगी।

हेलो मेरे प्यारे दोस्तों और https://nightqueenstories.com के पाठकों, कैसे हो आपसब, उम्मीद करता हूं सभी अच्छे होंगे। दोस्तों मैं अनुभव सिन्हा हूं। सभी की तरह आप भी मुझे प्यार से अभी बुला सकते हैं। मैं 30 साल का हूं, और पेशे से एक इंजीनियर हूं। मुझे एक गर्लफ्रेंड रखने में कोई दिलचस्पी नहीं है। प्यार मोहब्बत का खेल मुझे जरा भी पसंद नहीं है। मैं लड़कियों औरतों को पटाया चोदा और तुम अपने रास्ते मैं अपने। ये कह सकते हैं की मैं एक अय्याश इंसान हूं, लेकिन आपकी नजरों में मैं अपनी नजरों में तो एक महान व्यक्ति हूं। मैं रांची (झारखंड) में रहता हूं क्योंकि मेरा पोस्टिंग यहीं है।

यह कहानी मात्र दस दिन पहले का है। मुझे किसी काम से राँची जाना था। लेकिन पहले से कोई शेड्यूल नही था और अचानक प्रोग्राम बन गया। मैं एंड टाइम पे टिकट बुक किया। जो राजधानी एक्सप्रेस के 1st AC में था। मेरा बर्थ नंबर 2 था। जिन लोगों को 1st AC के बारे में नहीं मालूम है उन्हे मैं बता दूं। दरअसल इसमें केबिन होता है, और एक केबिन में मात्र 2 सीट होता है। तो जाहिर है 2 नंबर बर्थ मेरा था तो एक नंबर किसी और का होगा और जिसका होगा वह सिंगल ही होगा।

कैसे मैं एक चुदाई के लिए तड़प रही जवान सुंदरी को सफर में चोदकर संतान सुख का तोहफा दिया

तो फाइनली हमारी ट्रेन 6:25 मिनट पर शाम को थी और मैं 5:45 पर स्टेशन पहुंच गया। ट्रेन भी तब तक प्लेटफार्म पर लग चुकी थी। तो मैं अपने बर्थ पर जाकर बैठ गया। लेकिन तब तक मेरे केबिन का दूसरा पैसेंजर नही आया था। और लगभग 10 मिनट बाद एक कपल वहां आए जिसमे आदमी लगभग 35 साल के आस पास का रहा होगा और उसके साथ जो महिला थी वो एक जींस और टॉप पहनी हुई थी। वह बेहद गोरी और बिलकुल फिट थी। शायद वे दोनो हसबैंड वाइफ थे। फिर वह औरत और वो आदमी दोनो वही अपने सीट पर बैठ गए, और आदमी मुझे हेलो बोला,तो मैं भी हाथ आगे बढ़ाकर उसका अभिवादन का जवाब दिया। वह बहुत विनम्रता से मुझे बोला था। फिर वह मुझसे पूछा आप कहां तक जायेंगे, तो मैं बोला की मैं दिल्ली जाऊंगा। फिर वह बोला की ठीक है। फिर वह अपने बीवी से मेरा परिचय करवाया उसका नाम नम्रता चौधरी था, और वो कैनरा बैंक में एरिया मैनेजर थी। फिर उसने बोला की यह भी दिल्ली जाएंगी। और तब तक ट्रेन खुलने का टाइम हो गया तो वह मुझसे फिर से हाथ मिलाया और हैप्पी जर्नी बोला और अपने बीवी को भी गले लगाया और नीचे चला गया। तब तक ट्रेन भी खुल चुकी थी। उसके बाद थोड़ी देर हम शांत रहे, अब उस केबिन में हम दोनो ही थे, तब तक नम्रता का हसबैंड कॉल कर दिया और वह बात करने लगी।

नम्रता को मैं देखते ही उसके तरफ आकर्षित हो गया था। क्योंकि उसके चेहरे पर एक गजब की चमक थी और उसकी सुंदरता पर कौन नहीं मोहित हो जाता। फिर जब उसका कॉल एंड हुआ तो वह मुझसे मुखातिब हुई और मेरे से नाम पूछी तो मैं बताया कि मेरा नाम अनुभव है। तो वह बोली नाइस नेम, मैं भी धन्यवाद बोला। फिर वह मेरे से पूछने लगी आप क्या करते हो तो मैं बताया फिर मैं उसके बारे में भी पूछा तो वो बोली की मैं केनरा बैंक में एरिया मैनेजर हूं। और मैं ट्रेनिंग के लिए दिल्ली जा रही हूं। 7 दिन की मेरी ट्रेनिंग है। फिर हमारी बात ऐसे ही फॉर्मली होने लगी फिर बातों बातों में मैं उसकी तारीफ किया। तो वह बहुत खुश हुई फिर मैं उससे पूछा की जो आपको छोड़ने आए थे वो कौन थे तो वह बोली की वो मेरे हसबैंड हैं, और एक प्राइवेट कंपनी में रनिंग सुपरवाइजर है। और ये पूरे इंडिया में ट्रैवल करते हैं। वैसे तो इनकी हेडक्वार्टर कलकत्ता में है लेकिन ये कलकत्ता में कम ही रहते हैं, महीने के 30 दिन कही ना कहीं इनकी कंपनी इन्हे भेजती है। और समय मिलता है तो वे महीने 2 महीने में 1,2 दिन के लिए रांची आते हैं। हमरा स्थाई घर रांची में ही है। उसकी बातों से मैं समझ गया की उसे अपने हसबैंड से भरपूर चुदाई सुख नहीं मिल पाता है, क्योंकि जब वो अपने हसबैंड के बारे में बता रही थी तो उसके बातों में एक ताना सा था। फिर मैं उससे पूछा की आपके बच्चे कितने हैं तो वह बोली की हमारे बच्चे अभी नहीं हैं। फिर मैं उससे पूछा की शादी कब हुई आपकी तो वह बोली की 2साल हो गए।

फिर उसने मुझसे बोला की सिर्फ आप मेरे बारे में जानने को उतावले हैं, आप अपने बारे में भी बताइए। तो मैं बोला क्या जानना है आपको। तो वह पूछी की आपके कितने बच्चे हैं तो मुझे हंसी आ गई और मैं बोला की मैं अभी अनमैरिड हूं। तो वह बोली की शादी करने में इंटरेस्ट नहीं है या गर्लफ्रेंड के साथ ज्यादा कंफरटेबल हो, तो मैं भी मुस्कुराते हुए बोला की गर्लफ्रेंड मेरी कोई है नहीं और आप जैसे सुंदर और हॉट लड़की कोई मिली नही जिससे मैं शादी करूं। तो वह मुस्कुराई और बहुत खुश हुई। और बोली आप भी हैंडसम हो और मुझे लगता है लड़कियों की लंबी कतार होगी आपके लिए।

फिर वह बोली खैर आप दिल्ली किस काम से जा रहे हैं तो मैं बोला की मुझे कोई खास काम नहीं है, और मैं घूमने के पर्पज से जा रहा हूं,दिल्ली में मेरी सिस्टर रहती है वो बहुत दिनो से मुझे दिल्ली आने के लिए फोर्स कर रही थी। और कल उसकी एनिवर्सरी भी है तो मैं अचानक से प्लान किया और निकल लिया। तो वह बोली की अच्छा है दिल्ली घूम भी लीजिएगा। ट्रेन खुले करीब 2 घंटा हो चुका था, हम काफी अच्छे दोस्त भी बन चुके थे। हम अब जरा खुल के बातें करने लगे थे।

दोस्तों मैं जबसे नम्रता को देखा था तबसे उसे चोदने के बारे में सोचने लगा था। मैं बस यही सोचे जा रहा था की मैं उसे कैसे पटाऊं और चोदू। इसीलिए मैं उसकी बातों से समझने की कोशिश कर रहा था की क्या उसके तरफ से भी ग्रीन सिग्नल मिल रहा है। और मैं समझने लगा था की उसे पटाना और चोदना कोई मुश्किल काम नहीं है, और इसीलिए मैं कोई जल्दबाजी नहीं करना चाहता था। क्योंकि पूरी रात हमे एकसाथ ही रहना था। खैर तब तक टीटी महोदय भी आ गए और कन्फर्म करके चले गए, और अब मैं सोचने लगा था की खाना भी जल्दी आ जाए और फिर हमें कोई डिस्टर्ब करने वाला ना हो। और तभी मैं नम्रता से बोला, नम्रता जी अगर आप बुरा ना माने तो एक बात पूछूं, तो वह बोली जी बिलकुल। तो मैं बोला की आपके हसबैंड महीने 2 महीने में 1,2 दिन के लिए आपके पास आते हैं, तो ऐसे में आप खुद को कैसे संतुष्ट करती हैं, क्योंकि इस उम्र में तो रोज प्यार की जरूरत होती है, क्या आपका कोई बॉयफ्रेंड भी है? तो वह बोली नहीं कोई बॉयफ्रेंड नहीं है, और मैं ऐसा कर भी नहीं सकती। लेकिन क्या करें मजबूरी है, हसबैंड का भी जॉब है ऐसे में क्या कर सकते हैं, बस ऐसे ही चल रहा है, और यह बात बोलते हुए वो उदास सी हो गई, यहां तक की उसके आंखों में आसूं भी दिखाई दिए तो मैं उसके हाथों को पकड़ लिया और बोला माफ कीजिएगा मैं आपको हर्ट नहीं करना चाहता था। मेरा हाथ पकड़ना शायद उसे अच्छा लगा था क्योंकि प्रतिक्रिया में वह भी मेरा हाथ पकड़ ली। और बोली कोई बात नही। आप एक अच्छे इंसान हो। फिर मैं अपना हैंकी निकाला और उसके आंसुओं को पोछा और बोला आप सैड मत हो। और इससे वह काफी प्रभावित हुई। मेरा अचूक निशाना सीधे उसके दिल पर लगा था। मेरा हाथ अभी भी उसके हाथों में ही था, और वह मेरे हाथ के ऊपर अपने दूसरे हाथ से सहलाने लगी और बोली आप बहुत केयरिंग इंसान हो आपके लाइफ में जो लड़की आयेगी वह बहुत खुशनसीब होगी।

तो मैं भी झट से बोला नम्रता आप भी बहुत अच्छी हो,बहुत सेंसिटिव भी हो आपका दिल बहुत अच्छा है। फिर मैं उसका हाथ हल्का से खींचते हुए बोला आप यहां आकर बैठिए। तो वह बर्फ की तरफ पिघलते हुए बिना किसी प्रतिक्रिया के मेरे पास आकर बैठ गई।और मैं उसे गले लगा लिया। और बोला नम्रता आप इतने कम समय में मुझे बहुत प्रभावित की हो आप एक साफ दिल की लड़की हो। तो वह भी मुझे कस के पकड़ ली और बोली। आप भी बहुत अच्छे हो अभी। कास आप मेरे लाइफ पार्टनर होते तो मैं धन्य हो जाती। फिर मैं उसकी आंखो पर बारी बारी किस किया फिर उसके सर पर भी किस किया तो वह मचल गई। और जोर से मुझे अपने बांहों में भींच ली और बोली, अभी आप ये मेरे अंदर कैसी चाहत जगा रहे हो, आप कुछ घंटों बाद मुझे छोड़कर चले जाओगे फिर मैं तड़प जाऊंगी प्लीज इतना करीब मुझे अपने पास मत करो। तो मैं बोला नम्रता हम अच्छे दोस्त बन सकते हैं। मैं तुम्हे कभी नहीं छोडूंगा अगर तुम ना चाहो तो। तो वह बोली मेरे खुशनसीबी होगी यह की तुम मेरे लाइफ में रहोगे। तब तक खाना देने वाला आ गया और नम्रता अलग हुई। मैने देखा उसकी आंखों में गजब की खुशी अब दिखाई देने लगी थी। उसकी संवेदनशील अंगों पर जो मैने तिर चलाया था उसका परिणाम सामने था। फिर मैं बोला चलो खाना खाते हैं, मुझे बहुत भूख लगी है, और तुम्हारी दोस्ती ने भूख और बढ़ा दी। तो वह मुस्कुराई और बोली हां चलो खा लेते हैं। फिर मैं उसे अपने हाथों से खिलाया और वह भी मुझे खिलाई। हम खाना खा चुके थे। और थोड़ी ही देर में प्लेट भी लेकर चला गया। अब हमे कल सुबह तक कोई डिस्टर्ब करने वाला नही था।

मैं एक झटके में उसका पैंटी उतार दिया और उसकी चूत जोर जोर से चाटने लगा तो वह सिहर गई और जोर से मेरे सर को अपने चूत पर दबा दी

फिर नम्रता अपने बैग से एक पायजामा निकाली और बोली की मैं टॉयलेट से चेंज करके आती हूं, तो मैं बोला आप यही चेंज कर लो मैं बाहर चला जाता हूं, फिर मैं बाहर चला गया और चेंज करने के बाद मुझे अंदर आने को बोली। वह ब्लू रंग के पायजामे में बहुत सुंदर लग रही थी। फिर मैं अपने सीट पर आकर बैठ गया तो वह बोली यहां बैठो तो मैं उठकर उसके बगल में बैठ गया। और उसका हाथ अपने हाथ में ले लिया। फिर हम ऐसे बातें करने लगे। लेकिन मैं भी महसूस किया की मेरी तरह वह भी गर्म हो रही है, तो मैं अपना होठ उसके होंठो पर रख दिया और एक हल्का चुम्बन लिया। और उसकी आंखो में देखा तो एक गजब की चमक दिखाई दिया। फिर मैं दुबारा उसके होंठो पर होठ रख दिया और इस बार हटने के बजाए उसके होंठो को चूसने लगा थोड़ी ही देर में वह भी मेरे होंठो को चूसने लगी। और तब मैं उसके सर को पकड़ा और अच्छे से किस करने लगा। उसके मुंह में अपना जीभ डाल दिया तो वह बहुत सेक्सी अंदाज में मेरे होंठो को चूसने लगी तो मैं अपना एक हाथ उसके बूब्स पर ले गया जिससे वह सिहर गई और शरीर को ऐंठने लगी। और मैं उसके बूब्स को भी दबाने लगा। उसके मुंह से अब गर्म सांसे चलने लगी और वह सिसकारियां भी लेने लगी। तब मैं उसके बूब्स को और तेज दबाने लगा। हम 10 मिनट से एक दूसरे को किस कर रहे थे। इस बार मैं उसकी टॉप में अंदर हाथ डाल दिया और उसकी बूब्स को ब्रा के उपर से मसलने लगा वह कराहने लगी। और सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. आहहहहहहहहहहहहहहहहह….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह…. आहहहहहहहहहहहहहहहहह….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई.. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. करने लगी।

नम्रता बहुत सेक्सी थी। और शायद उसके हसबैंड के दूरी ने उसे और भी ज्यादा हॉर्नी बना दिया था। फिर मैं उसकी टॉप उतार दिया,और उसकी ब्रा को भी अलग कर दिया, और मैं हैरान था क्योंकि उसकी बूब्स इतने सख्त और गोल मटोल थे मानो उसे आजतक कोई टच नहीं किया हो। नम्रता अपने फिटनेस पर भी खूब ध्यान देती थी और जिम जाति थी इस क्रम उसके पेट पर 6 पैक साफ दिखाई दे रहे थे।

15 मिनट के चूत चुसाई ने उसके चूत से कामरस का झरना बहा दिया वह निढाल हो गई

मैं उसके बूब्स को मुंह में लेकर चूसने लगा। और वह अपना हाथ मेरे लंड पर रख दी। मैं भी उसके पायजामे में हाथ डाल दिया और जैसे ही उसकी चूत पर हाथ गया उसकी चूत पूरा गीला हो चुका था। उसके चूत पर हल्के झांट थे, शायद वह 4, 5 दिन पहले ही झांट साफ की थी। फिर मैं उसे लेटा दिया और उसकी पायजामे को निकाल दिया। वह अंदर ब्रा के मैचिंग चॉकलेट कलर की पैंटी पहनी हुई थी, जिसमे उसकी फूली हुई चूत कसी हुई थी और उसका चूत का फांक साफ दिख रहा था। उसकी पैंटी उसकी चूत के पानी से गीला हो चुका था। और मैं नीचे झुककर उसकी चूत को सूंघा। क्या गजब को मदहोश करने वाली खुशबू थी। फिर मैं एक झटके में उसकी पैंटी उतार दिया। और उसकी चूत पर मुंह लगा दिया वह सिहर गई और मेरा सर जोर से अपने चूत पर दबाई। और मैं जोर जोर से उसकी चूत चाटने लगा और वह मेरा सर अपनी चूत पर दबाए जा रही थी। और आहहहहहहहहहहहहहहहहह….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई.. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह…. कर रही थी। मैं उसके चूत में उंगली भी डाल रहा था और उसके चूत के दाने को जोर जोर से मसल भी रहा था। वह पागल हो चुकी थी। और उसके मुंह से लगातार सिसकारियां और। आहहहहहहहहहहहहहहहहह….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई.. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह…. सससीईईईईईईसससीईईईईईई.. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….

की आवाजें निकल रही थी। और तभी उसकी शरीर ऐंठने लगी तो मैं अपने उंगलियों का स्पीड बढ़ा दिया और वह कमर उछालते हुए झड़ने लगी। उसके चूत से ढेर सारा पानी निकला था। फिर मैं उसके चूत को चाटकर साफ़ किया। और फिर से उसे किस करने लगा उसकी चूचियां मेरे सीने के नीचे दबी हुई थी और एक बार फिर से मैं उसकी बदन पर किस करते हुए नीचे आने लगा। और फिर से उसकी चूत पर अपने जीभ से हमला बोला दिया। अब उसकी चूत का दाना बहुत मोटा और गहरा रंग का हो चुका था। वह अब और हॉर्नी हो चुकी थी।

और मैं लगातार उसके चूत के दाने को चाटने मसलने के साथ चूत में जीभ और उंगली से चोद रहा था। और वो पूरे मस्ती में सससीईईईईईईसससीईईईईईई.. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह…. आहहहहहहहहहहहहहहहहह….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई.. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह…. सससीईईईईईईसससीईईईईईई.. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. कर रही थी। और तभी एक बार फिर से उसकी शरीर ऐंठने लगी और उसकी चूत से झरना बहने लगा। इस बार उसकी चूत से प्रेशर के साथ पानी बाहर आया था जो मेरे चेहरे पर भी पड़ गया था। और फिर से मैं उसकी चूत को चाट के साफ किया। और उसकी तेज तेज सांसे उसकी बूब्स को ऊपर नीचे कर रही थी। जिससे वह बहुत सेक्सी लग रही थी। अब उसने मुझे अपने ऊपर खींचा और किस करने लगी।

दोस्तों अभी चुदाई और उसकी गांड मारना तो बाकी था। सो यह कहानी बहुत लंबी हो जायेगी इसलिए मैं आगे की घटना दूसरे भाग में बताऊंगा। तो शीर्षक होगा राजधानी एक्सप्रेस के फर्स्ट एसी में फर्स्ट क्लास चुदाई भाग -2

तो आगे की चुदाई की दास्तान के लिए अगले भाग पर जाएं और असली और सच्ची चुदाई का आनंद लें।

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मेरी अगली कहानी का शीर्षक है “बहन और भाई की चुदाई की कहानी

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